प्रेरक प्रसंग



आत्म शिकायत से अच्छा है आत्म- उपलब्धियों में मगन रहना

सभी के जिंदगी में कुछ न कुछ कमियां रहती हैं .कोई भी ऐसा नहीं है जिसकी सभी चाहत पूरी होती हो .कभी कभी अपवाद स्वरुप दिखता है कि अमुख व्यक्ति सर्व सुविधाओं से परिपूर्ण है .पर वहां भी नज़रों का धोखा ही होता है ,हम उस व्यक्ति से पूर्ण रूप से वाकिब नहीं होते अथवा हम उसके जीवन आंशिक पक्ष से ही परिचित होते हैं .
बारिश होती है कुछ लोग परेशान  हो जातें हैं की सब किच किच हो गया .बढा- चढ़ा कर वर्णन करने लागतें हैं ,जैसे कोई पहाड़ टूट पड़ा हो. वही दूसरे लोग प्रसन्न चित्त होते हैं व् कहते हैं की मौसम कितना सुहाना हो गया .
हमारा सुख व् दुःख इस बात पर ज्यादा निर्भर करता है की हम जिंदगी को किस नजरिये से देखते है .किसी वजह से शिक्षक कक्षा में नहीं आये .कुछ बच्चे घर जाकर शिकायत किये .कुछ खेलने का मौका पा गये ,मस्त हो गये व कुछ ने पाठ को दुहरा लिया और सोचा अच्छा हुवा मेरा पूरा कोर्स तैयार हो गया .
रेड्डी रिकेंबरी की नौका २१ दिन तक प्रशांत  महासागर में भटक गयी थी .बच निकालने के बाद पता है रेकेंबरी ने क्या कहा था .कि यदि आप के पास पीने का पर्याप्त साफ़ पानी हो और खाने की सामग्री हो तो आपको किसी चीज कि शिकायत नहीं करनी चाहिए .
हम इन चीजों के लिए कृतज्ञ हो सकतें हैं.
मेरा स्वाथ्य अच्छा है.
मेरे पास मम्मी पापा हैं .
मेरे पास पीने का पानी व् खाने के लिए भरपूर भोजन है .
मेरे पास रहने के लिए घर है .
मेरा काम में मन लगता है .
मैं प्रतिदिन अच्छे अच्छे लोगो से मिलता हूँ.
इस हम अपनी जिंदगी में उपलब्ध ढेर सारी नियामतों के प्रति ईश्वर का कृतज्ञ हो सकतें हैं व् अपने को खुश रख सकतें हैं अथवा  दो चार कमियों को दिन भर याद करके औरों से शिकायत करके अपना जीवन बोझिल बना सकतें है .
"ख़ुशी का रहस्य अपनी नियामतें गिनना है ,जबकि लोग अपनी मुश्किलों का हिसाब कर रहे हों"
.-विलियम पेन-



vivekananda quotes

1 comment:

  1. Nice lines
    It is better to be happy and contented with what we have in virtues and have achieved in values and to do optimum use of that.Thank you sir

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